चंडीगढ़ :- हरियाणा में किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। प्रदेश की नायब सिंह सैनी सरकार ने फसली ऋण पर बैंकों द्वारा वसूले जाने वाले ब्याज को स्थगित कर दिया है। अब राज्य के किसानों को अपनी फसलों के लिए लिए गए बैंक लोन पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं देना होगा। सरकार की ओर से इस निर्णय को लेकर संबंधित विभागों और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

फैसले से लाखों किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
इस निर्णय के तहत, किसानों द्वारा सहकारी बैंकों से लिए गए फसली कर्ज पर अब ब्याज नहीं लिया जाएगा। इससे प्रदेश के लाखों किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी, खासकर उन किसानों को जो समय पर किस्त चुकाने में असमर्थ होते हैं।
19 अप्रैल को लिया गया था ब्याज बढ़ाने का फैसला, अब हुआ रद्द
गौरतलब है कि 19 अप्रैल 2025 को सरकार ने फसली ऋण पर ब्याज दर को 4% से बढ़ाकर 7% करने का आदेश जारी किया था। इस फैसले का विरोध विपक्षी दलों ने जोरशोर से किया। लगातार बढ़ते दबाव के चलते अब सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है और ब्याज वसूली को स्थगित कर दिया गया है।
कोऑपरेटिव बैंकों को भेजे गए आदेश
सरकार के इस फैसले के बाद, सहकारी बैंकों के महाप्रबंधक (जनरल मैनेजर) ने भी सभी शाखाओं को निर्देश जारी कर दिए हैं कि किसानों से फसली लोन पर ब्याज की कोई वसूली न की जाए।
सरकार के इस कदम के क्या होंगे फायदे?
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किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार
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समय पर फसल की बुआई और कटाई में मदद
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ब्याज की चिंता से राहत
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खेती में निवेश बढ़ेगा