चंडीगढ़, Haryana PPP News :- हरियाणा के भिवानी जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिले के सरल केंद्रों पर उन लोगों की भीड़ जुटी है जो अपने परिवार पहचान पत्र (PPP) में हुई गलतियों को ठीक करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है जिनके नाम पर अनजाने में प्राइवेट या कॉमर्शियल वाहन पंजीकृत दिखाए गए हैं, जबकि असल में उनके पास कोई वाहन नहीं है।

क्या है पूरा मामला?
भिवानी जिले के करीब 5000 बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। जब ये लोग डिपो पर राशन लेने पहुंचे, तो पता चला कि उनके राशन कार्ड कैंसिल हो चुके हैं क्योंकि फैमिली आईडी में इनकी आय ₹1.80 लाख से अधिक दिखाई गई है या इनके नाम पर वाहन दर्ज हैं। अब ये लोग घंटों लाइन में खड़े होकर अपनी जानकारी सुधारवाने की कोशिश कर रहे हैं।
तीन पीड़ितों की कहानी:
विजय (गोलपुरा, भिवानी):
फैमिली आईडी में विजय के नाम पर एक कार पंजीकृत दिख रही है। कार का नंबर, टैक्स डिटेल्स और वैलिडिटी तक दिखाई गई है, लेकिन विजय को खुद नहीं पता कि ये वाहन किसका है। अब बीपीएल कार्ड रद्द होने से वे सरकारी राशन से वंचित हो गए हैं।
विनोद कुमार (पालुवास):
विनोद के नाम पर स्कूटी दिखाकर उनका बीपीएल कार्ड काट दिया गया, जबकि वे कहते हैं कि उनके पास तो साइकिल भी नहीं है। अब राशन ना मिलने के कारण घर चलाना मुश्किल हो गया है।
विजय कुमार (पीपलीवाली जोहड़ी):
दिहाड़ी मजदूर विजय कुमार के पास सिर्फ साइकिल है, लेकिन उनके नाम पर कार दिखाई गई है। वे कहते हैं कि अब दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है। राशन कार्ड जुड़वाने के लिए रोज लाइन में लगना पड़ रहा है।
प्रशासन का क्या कहना है?
प्रदीप कुमार, कार्यवाहक जिला फूड सप्लाई अधिकारी का कहना है कि –
“यह तकनीकी समस्या हो सकती है। किसी दूसरे के वाहन का डेटा किसी और के फैमिली आईडी से जुड़ गया होगा। बीपीएल कार्ड फैमिली आईडी के आधार पर बनते हैं। यदि किसी के नाम पर वाहन दिखेगा, तो उसका कार्ड कट सकता है। जांच के बाद सही किया जाएगा।”
महेश कुमार, एसडीएम, भिवानी ने कहा –
“मैं सोमवार को सरल केंद्र गया था, लेकिन राशन कार्ड रद्द होने की जानकारी मुझे नहीं मिली है।”