चंडीगढ़ :- हरियाणा और दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले लाखों लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। गुरुग्राम से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को जल्द ही टोल टैक्स से राहत मिलने वाली है। सरकार की योजना है कि एक प्रमुख बॉर्डर से टोल हटाकर यातायात को सुगम बनाया जाए। इससे न केवल रोजाना सफर करने वाले लोगों को समय की बचत होगी, बल्कि भारी ट्रैफिक से भी राहत मिलेगी।
कौन-से बॉर्डर से हटेगा टोल?
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर स्थित एक प्रमुख टोल प्लाजा को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि यह टोल राजोकरी बॉर्डर या आसपास के किसी व्यस्त मार्ग से हटाया जाएगा, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। इस फैसले से खासकर उन लोगों को फायदा होगा जो दफ्तर, बिजनेस या स्कूल-कॉलेज के लिए रोजाना दिल्ली और गुरुग्राम के बीच सफर करते हैं।
क्या होगा फायदा?
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लंबे जाम से छुटकारा:
टोल प्लाजा पर रुकने की वजह से जो लंबी कतारें लगती हैं, वे अब नहीं लगेंगी। इससे ट्रैफिक स्मूद चलेगा और जाम की समस्या कम होगी। -
समय और ईंधन की बचत:
जब टोल पर रुकना नहीं पड़ेगा, तो गाड़ियों का ईंधन बचेगा और लोगों का समय भी। इससे रोजाना सफर करने वालों को सीधा लाभ मिलेगा। -
पर्यावरण को फायदा:
जाम में गाड़ियों के खड़े रहने से जो धुआं फैलता है, वह भी कम होगा, जिससे वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। -
डिजिटल सिस्टम को बढ़ावा:
टोल हटाने से सरकार फास्टैग और डिजिटल पेमेंट सिस्टम को और बेहतर तरीके से लागू कर सकती है।
क्यों हटाया जा रहा है टोल?
राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं कि एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के भीतर यात्रा को सुविधाजनक बनाया जाए। टोल प्लाजा पर लगने वाला जाम ना सिर्फ यात्रियों के लिए परेशानी बनता है, बल्कि यह आर्थिक नुकसान और पर्यावरणीय खतरे भी पैदा करता है। इसके अलावा, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी समय-समय पर ट्रैफिक और प्रदूषण को लेकर सख्त टिप्पणियां की हैं, जिसके बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ा कि वो इस दिशा में कदम उठाए।
भविष्य की योजना
सरकार अब इस मॉडल को दूसरे व्यस्त बॉर्डर पर भी लागू करने की योजना बना रही है। यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों से भी दिल्ली का सफर और आसान हो सकता है।