चंडीगढ़ :- हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार लगातार हाईवे, एक्सप्रेसवे और रिंग रोड जैसे बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब प्रदेश की धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में जल्द ही एक नया रिंग रोड बनने जा रहा है, जिससे ना केवल ट्रैफिक की समस्या कम होगी बल्कि कई राज्यों की कनेक्टिविटी भी बेहतर हो सकेगी।

रिंग रोड से मिलेगा जाम से छुटकारा
इस प्रस्तावित रिंग रोड के बनने के बाद कुरुक्षेत्र और लाडवा शहर में लगने वाले भारी ट्रैफिक से राहत मिलेगी। फिलहाल पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की ओर जाने वाले वाहन कुरुक्षेत्र शहर से होकर गुजरते हैं, जिससे रोजाना जाम की स्थिति बनती है। नया रिंग रोड इन वाहनों को शहर के बाहर से डायवर्ट करेगा, जिससे आवागमन सुगम होगा और लोगों को घंटों के जाम से मुक्ति मिलेगी।
सरकार ने दी है हरी झंडी
कुरुक्षेत्र में रिंग रोड की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी, क्योंकि यहां बाईपास या वैकल्पिक मार्ग नहीं था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे के दौरान इस प्रोजेक्ट पर बात हुई और उसी समय इसे मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद हरियाणा सरकार और केंद्र की एजेंसी ने मिलकर इस प्रोजेक्ट से जुड़ा सर्वे और अन्य कार्य पूरे कर लिए हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री गडकरी के बीच इस योजना को लेकर विशेष बैठक भी हुई, जिसमें जल्द ही DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। DPR के पूरा होते ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
तीन राज्यों को जोड़ेगा नया रिंग रोड
यह रिंग रोड NH-125 (पिहोवा से) शुरू होकर MDR-11, NH-44 और NH-344 (यमुनानगर) को जोड़ेगा। इससे पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच यात्रा करने वालों को सीधी और तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी। कुरुक्षेत्र के साथ-साथ अंबाला, यमुनानगर, कैथल, फतेहाबाद और जींद जैसे जिलों के लोगों को इसका सबसे अधिक लाभ मिलेगा।
जमीन और प्रॉपर्टी के दामों में होगा इजाफा
इस रिंग रोड के लिए करीब 70 से 100 गांवों की जमीन उपयोग में लाई जा सकती है। इससे इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने की संभावना है। साथ ही, आसपास के इलाकों में व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।