चंडीगढ़ :- हरियाणा में 29 मई गुरुवार को एक बार फिर रात का अंधेरा छा सकता है, लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। ये सब एक राज्य स्तरीय सुरक्षा अभ्यास का हिस्सा होगा, जिसे सरकार ने नाम दिया है – ऑपरेशन शील्ड।
क्यों किया जा रहा है ये अभ्यास?
इस अभ्यास का मकसद है कि अगर कभी युद्ध, हवाई हमला या ड्रोन अटैक जैसी कोई आपात स्थिति आ जाए, तो राज्य कितनी जल्दी और सही तरीके से जवाब दे सकता है, इसकी तैयारी देखी जाए।
कब और कहां होगा ब्लैकआउट?
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29 मई को रात 8:00 से 8:15 तक
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22 जिलों में एक साथ 15 मिनट की बिजली बंद (ब्लैकआउट)
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जरूरी सेवाएं जैसे अस्पताल, पुलिस, फायर स्टेशन इससे प्रभावित नहीं होंगी
किन हालातों का अभ्यास होगा?
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हवाई हमले और ड्रोन हमले की चेतावनी सायरन से
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संचार व्यवस्था की जांच
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सेना और वायुसेना के साथ तालमेल का परीक्षण
कौन-कौन होंगे शामिल?
सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ युवाओं और समाजिक संगठनों को भी जोड़ा गया है, जैसे:
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NCC
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NSS
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भारत स्काउट्स एंड गाइड्स
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नेहरू युवा केंद्र संगठन
इनका काम होगा आपात स्थिति में मदद के लिए तैयार रहना।
मुख्य अधिकारी ने क्या कहा?
गृह विभाग की वरिष्ठ अधिकारी डॉ. सुमिता मिश्रा के मुताबिक, ये अभ्यास आम लोगों की सुरक्षा और तैयारियों को परखने के लिए जरूरी है। इसके जरिए प्रशासन और जनता के बीच बेहतर तालमेल बनेगा।